When you really should be packing, but you have to take a break to pen this down –
यह नन्हें कपढ़ों की ढहेरियाँ
यह छोटी सी जुराब
यह खिलौनों का डिब्बा
और तुम्हारी मन पसंद किताब
रोज़ाना इनको समेटने की आदत पढ़ गयी है
तुम्हारी छुई हुई चीज़ों को सूँघने की आदत पढ़ गयी है
ग़ुस्सा नाक पे टिका रहता है
और सतर्क सवाल ख़त्म नहीं होते
आवाज इतनी बुलंद है और
चेहरे पे भाव नहीं ठहरते
रोज़ाना तुमसे झगढ़ने की आदत पढ़ गयी है
तुम्हारे तर्क सुनने और समझने की आदत पढ़ गयी है
कैसा मोह हो तुम, कैसी हो माया
तारा, तुम में है मेरा, सब कुछ समाया